कुछ कही और बहुत कुछ अनकही...कुछ सुनी और बहुत कुछ अनसुनी...जीवन की गाड़ी कुछ स्टेशनों पर रूकती और बहुत से स्टेशनों को छोड़ते हुए ...चली जा रही है जैसे अपनी मंजिल पर रुक के ही दम लेगी...इस यात्रा का भाग बनिए और लघु कथाओं और व्यंगचित्रों का आनंद लीजिये ... इस स्टेशन पर बस कुछ ही पल रुकना है...जब जी चाहे ...
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ReplyDeleteमैं हूँ अरविन्द केजरीवाल । सबसे न्यारी मेरी चाल ।।
अनशन मुझको रास न आया । भूख ने जब खूब सताया ।।
अब तो अनशन होये न अन्ना । मैं चूसूंगा राजनीति का गन्ना ।।
झूठे कसमें झूठे वादे । सी ऍम बन्ने के पूरे इरादे ।।
सी ऍम बन्ने को थाम हाथ । नहीं छोड़ा धरनों का साथ ।।
आरोप लगाकर सबको फांसा । जनता को दिया लोकपाल का झांसा ।।
बिजली पानी पर न पार बसाई । बहाना बनाकर सरकार गिराई ।।
मुझको तो पी ऍम है बनना । सी ऍम की सीट का मुझको क्या करना ।।
भ्रष्टाचार का है ऐसा नारा । काम बन जाता मेरा सारा ।।
इज्जत सबकी ऐसी उतारूं । भ्रष्टाचारी केह कर पुकारूँ ।।
पी ऍम बनकर प्रशासन का करूँगा ऐसा बुरा हाल । सरकार गिरा दूंगा बनते ही चुनाव होंगे हर साल ।।
खुशखबरी
ReplyDeleteहमारी पार्टी को चंदा देकर सदस्य बनें व मुफ्त धरना आंदोलन का मजा लें हमारे कर्मठ नेताओं द्वारा दूसरों पर आरोप लगाना व उनकी बेइज्जती करना सीखें बिलकुल मुफ्त दूसरों को परेशान करने के नए-नए तरीके सीखने व उपयोग में लाने की कोई फीस नहीं है।
पुलिस द्वारा पानी की बौछारों से नहलाने की सुविधा भी है।
नोट :- चुनाव प्रत्याशी बनाने के लिए बदजुबान व अड़ियल सदस्य को प्राथमिक्ता।
हमारी काबलियत का प्रमाण :- चुनाव आयोग बहुत मस्ती मारता है पांच साल में चुनाव यह तरीका ठीक नहीं है हम जल्दी-जल्दी सरकार गिराकर बार-बार चुनाव कराएंगे। शुरुआत कर दी है बस देखते जाओ नाक में दम कर के रहेंगे (जय भ्रष्टाचार )।
दस साल में मैं हूँ जागा । जनता में आया भगा भागा ।।
ReplyDeleteपी ऍम बनाओ मुझको भैया । पार लगानी है घोटालों की नैया ।।
मेरी पार्टी सबसे न्यारी । सस्ती कर दी चीजें सारी ।।
सस्ती इज्जत सस्ता खून । पूरा कर लो अपना जनून ।।
क़ानून व्यवस्था सबसे अच्छी । लुटती इज्जत रोटी बच्ची ।।
वादे चाहे जितने करा लो । वोट मगर मुझको ही डालो ।।
भ्रष्टाचार ही मुझको प्यारा । सिलेंडर दूंगा पूरे बारह ।।
भोजन की है पूरी गारंटी । जीवन की नहीं है वारंटी ।।