एक देश एक भाषा

हम आजकल कुछ ज्यादा ही गाली गलौज करने वाले समाज हो गए है...जब तक ह अपनी भाषा में गालीका इस्तेमाल ना करें लगता है कि हमारी बात में दम ही नहीं है और कोई उसे भाव ही नहीं देगा/

आज नेता गाली देता , अभिनेता गाली देता..जनता भी उसी भाषा में बात करती है ...

कहीं हम कृषि प्रधान देश से गाली प्रधान देश तो नहीं बन रहे है/

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